*🙏जय विश्वकर्मा जी की🙏*
विश्वकर्मा बंधुओ......
बहुत हो गया बिखर कर रहते हुए अब समाज को एकजुट होने की जरुरत है, हम विश्वकर्मा होकर भी आज इतने पिछड़े हुए है बाकी के समाज आज प्रगति के रास्ते पर है।
तो हम क्यू नहीं ?
आज हमारे समाज में एकजुटता नहीं उसका कारण है "एकता का अभाव और आपसी कटुता का "
हमारे आदरणीय कहते है
"हम भगवान विश्वकर्मा जी के वंशज है अपना हाथ है जगन्नाथ" मतलब की सब शक्ति तो हमारे हाथों मे है.....
फिर हम पीछे क्यू ?
हमें अपना कर्म करना है,
आज जरुरत है समाज के सभी लोगों को एक साथ लेकर चलने कि,
परन्तु सोचता हुँ कैसे ?
क्या सभी में एकता है ?
क्या हम सभी एक दुसरे की मदद कर सकते है ?
कर सकते है सोच बदलनी पड़ेगी,
सोच बदलेंगे तो समाज भी बदलेगा..
जरूरत है जमीनी स्तर पर कार्य करने वालो की जो कहते नही समय आने पर कार्य भी कर सके
*नियम व शर्ते-*
कृपया ध्यान रखे इस दल में शामिल होने के बाद आपसी रंजिस आपसी मत भेद व जगडे को दूर रखकर कार्यरत रहना होगा
जो हमारे दल के नियम एव को एक्सेप्ट करते है एव जो सामने से फोन करते है उन्हें ही दल में शामिल किया जयेगा ओर समय आने पर उन्हें जमीनी स्तर पर आपसी मतभेद मिटाकर एक दूसरे की सहायता करने का वचन लिया जाएगा एव समय समय पर होने वाली मीटिंग या रजिस्ट्रेसन या कोई भी जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए आर्थिक और शरीरिक सहायता के लिए तत्पर रहना होगा
धन्यवाद🙏🙏
जुड़ने के लिए कॉन्टेक्ट फॉर्म में जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरे
या से सम्पर्क करें
82900 74695
🤝विश्वकर्मा सुथार मित्र दल🤝
https://www.facebook.com/Vishvkarmasutharmitrdal/
No comments:
Post a Comment